अपने जीवन को तुम यूं ही,
पर निंदा में न बेकार करो...!!
तुममें है असीमित ऊर्जा,
उस ऊर्जा का सदुपयोग करो...!!
नवजीवन दो निराश प्राणी को,
सकारात्मक ऊर्जा का संचार करो...!!
स्वयं की क्षमता को पहचानो,
भीड़ का हिस्सा व्यर्थ न बनो...!!
दूर रहो पर निंदा से,
अपनी ऊर्जा को सकारात्मक करो...!!
ध्यान न अपना भटकाओ,
किसी निरीह के तुम काम आओ...!!
महापुरुषों के गुणों को पहचानो,
प्रशंसा में समय व्यर्थ न करो...!!
अपना लो उनके सद्गुणों को,
तुम भी किसी के पथ प्रदर्शक बनो...!!
अपने जीवन को तुम यूं ही,
पर निंदा में न बेकार करो...!!
#ज्योत्सना